आज चार कंपनियां 3,600 करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटाने के लिए अपना आईपीओ लेकर आ रही हैं.
जहां देशी-विदेशी इंस्टीट्यूशंस मिलकर stock market में 30% कारोबार कर रहे हैं, वहीं 70% कारोबार रिटेल यानी HNI और छोटे निवेशकों के हाथ में है.
बढ़ती बेरोजगारी के साथ कम ब्याज दरें और ऊंची महंगाई दोहरी चोट करते हैं. बुल रन जारी रखने के लिए भारत की अर्थव्यवस्था में ग्रोथ जरूरी है
Stock Market: 21 जनवरी को पहली बार इक्विटी इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स के 50,000 बेंचमार्क के स्तर पर पहुंचने के बाद दलाल स्ट्रीट के एक्सपर्ट ने घरेलू इक्विटी बाजार पर अपने विचार व्यक्त किए हैं. उनके ये विचार लॉकडाउन के चलते मार्च 2020 में आई मंदी के बाद बाजार में आई शानदार तेजी के बाद आए […]